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- निर्यातबढ़ाने को थामेंगे निजी क्षेत्र का हाथ
- कालीन सहित 13 उद्योग के प्रतिनिधि होगे शामिल
- कंपनी की तर्ज पर गठित होगी यूपी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल
- देश के निर्यात में उप्र की हिस्सेदारी हर पांच साल में दोगुनी करने की मंशा
लखनऊ : भारत के निर्यात में उत्तर
प्रदेश की हिस्सेदारी को हर पांच साल में दोगुना करने के मकसद से यूपी एक्सपोर्ट
प्रमोशन काउंसिल (यूपीईपीसी) की स्थापना की जाएगी। यह कंपनी अधिनियम के तहत गठित
की जाने वाली एक अलाभकारी कंपनी होगी। मकसद है कि निर्यात को प्रोत्साहन देने के
लिए ऐसा संस्थागत ढांचा खड़ा करना जिसमें निर्यातक समुदाय और उद्योग-व्यापार जगत
की भी सहभागिता हो।
उद्देश्य व दायित्व : ,यूपीईपीसी
प्रदेश में निर्यातोन्मुखी इकाइयों की स्थापना के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करेगी।
उत्पादकों और निर्यातकों को बाजार से बेहतर तरीके से जोड़ने का काम करेगी। विदेशी
बाजारों में गोदाम, शोरूम के अलावा प्रदेश में डिजाइन
सेंटर व टूल रूम की स्थापना में मदद करेगी। औद्योगिक उत्पादन के लिए जरूरी कच्चे
माल के बैंक की स्थापना में सहयोग करेगी। निर्यात के लिए उत्पादों की गुणवत्ता
सुनिश्चित करने की खातिर अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से मान्यताप्राप्त कंपोजिट
टेस्टिंग लैब की स्थापना करेगी। विशिष्ट उद्योगों की जरूरतों के मुताबिक कॉमन
फैसिलिटी सेंटर तथा मांस, खाद्य प्रसंस्करण
व हस्तशिल्प के लिए एक्सपोर्ट पार्क की स्थापना की जिम्मेदारी भी उस पर होगी।
13 सेक्टरों पर होगा फोकस : यूपीईपीसी
का फोकस निर्यात से जुड़े 13 प्रमुख सेक्टरों
पर होगा। इनमें से प्रत्येक सेक्टर के लिए अलगअलग पैनल गठित किये जाएंगे। हर पैनल
संबंधित सेक्टर तथा उसके उत्पादों व सेवाओं को बढ़ावा देने की रणनीति तैयार करेगा।
प्रत्येक पैनल में उससे संबंधित उत्पादों व सेवाओं के कारोबार से जुड़े चार सदस्य
होंगे। यूपीईपीसी के गठन के समय राज्य सरकार हर पैनल के लिए समन्वयक नियुक्त करेगी
जो कि यूपीईपीसी की प्रबंध समिति के सदस्य होंगे। 1आइआइडीसी होंगे
प्रबंध समिति के चेयरमैन : यूपीईपीसी की प्रबंध
समिति में चेयरमैन के अलावा 24 सदस्य होंगे।
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आइआइडीसी) प्रबंध समिति के चेयरमैन होंगे।
प्रबंध समिति में सरकार की ओर से नामित पांच पदेन सदस्य होंगे। चार सदस्य
हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद, कालीन निर्यात
संवर्धन परिषद, इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन
काउंसिल तथा कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण कंपनी की
तर्ज पर गठित होगी यूपी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल 16देश के निर्यात में उप्र की हिस्सेदारी हर पांच साल में दोगुनी करने की
मंशा |
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